Balika Samridhi Yojana: हमारे भारत में बालिकाओं को सर्वोच्च सम्मान दिया जाता रहा है। लगातार प्रगति करते भारतीय समाज में बालिकाओं को आगे बढ़ना भी उतना ही जरूरी है। लेकिन अगर किसी बालिका के घर में आर्थिक तंगी हो तब उसका उच्च शिक्षा तो क्या प्रथामिक शिक्षा लेना भी मुश्किल हो जाता है। इस समस्या को देखते हुए वर्ष 1997 में बालिका समृद्धि योजना (Balika Samridhi Yojana) की शुरुआत की गई।
बालिका समृद्धि योजना के तहत बालिकाओं के उज्जवल भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए उनके जन्म से लेकर शिक्षा तक छात्रवृत्ति के रूप में उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। तो दोस्तों, इस लेख में हम हम जानेंगे की इस योजना का लाभ कैसे उठाया जा सकता है? कैसे इसमें आवेदन करें? और क्या हैं वो जरूरी दस्तावेज जो इस योजना के लिए आवश्यक हैं।
बालिका समृद्धि योजना क्या है?
बालिका समृद्धि योजना (Balika Samridhi Yojana) भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा सन् 1997 में बालिकाओं के सुरक्षित भविष्य के लिए शुरू की गई थी। इसका सीधा लाभ गरीबी रेखा के नीचे यानी बीपीएल परिवारों में जन्मी बच्चियों/ बालिकाओं को मिलता है। इस योजना के तहत लाभार्थी बालिका के जन्म पर ₹500 से लेकर उसकी दसवीं तक की पढ़ाई हेतु छात्रवृत्ति के रूप में आर्थिक लाभ सरकार द्वारा दिया जाता है।
यह आर्थिक लाभ एक बालिका के शैक्षिक विकास में अभूतपूर्व योगदान देने का कार्य करता है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने जब से भारत में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान को रफ्तार दी है, तब से बेटियों के सर्वांगीण विकास में हर व्यक्ति अपना योगदान देना चाहता है।
बालिका समृद्धि योजना का उद्देश्य।
इस योजना का प्रमुख उद्देश्य गरीब परिवार में जन्मी बालिकाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इसके तहत बालिकाओं को छात्रवृत्ति प्रदान करके बालिकाओं का शिक्षा के प्रति रूझान तो बढता ही है, लेकिन आर्थिक रूप से भी वो सशक्त महसूस करतीं हैं। ऐसे ही परिवार आर्थिक रूप से मजबूती प्राप्त करता है और समाज में बालिकाओं को अच्छी शिक्षा दिलवाने के लिए जागरूकता भी फैलती है।
बालिका समृद्धि योजना के लाभ।
बालिका समृद्धि योजना का सीधा लाभ देश की उन सभी बालिकाओं को मिलता है, जिनका बीपीएल के अंतर्गत परिवारों में जन्म होता है। इस योजना के अंतर्गत बालिका के जन्म पर उसकी मां को प्रसव के समय पर ₹500 प्रदान किए जाते हैं। उसके पश्चात जब कक्षा 1 में उस बालिका का दाखिला होता है तब उसे कक्षा 1 से लेकर 3 तक ₹300 प्रदान किए जाते हैं। उसके बाद कक्षा 4 में ₹500 दिए जाते हैं तो वहीं कक्षा 5 में ₹600 लाभ के रूप में प्रदान किए जाते हैं।
कक्षा 5 के बाद जब बालिका कक्षा 6 में प्रवेश करती है, तब उसे कक्षा 6 और 7 में ₹700 दिए जाते हैं। कक्षा 8 में ₹800 और कक्षा 9 व 10 में ₹1000 की सहायता प्रदान की जाती है। इस लाभ को पाकर बालिकाओं के चेहरे पर मुस्कान तो आती ही है, लेकिन इसके साथ-साथ उसका परिवार भी कम से कम बेटी के पढ़ाई में आने वाले आर्थिक संकटों का सामना नहीं करता।
बालिका समृद्धि योजना की पात्रता।
दोस्तों इस योजना की लाभ लेने के लिए सरकार ने कुछ पात्रता रखी हैं, जिसे पूरा करने पर ही इस योजना का लाभ लिया जा सकता हैं।
- भारत की स्थाई निवासी बालिकाओं को ही इस योजना का मुख्य पात्र निर्धारित किया गया है।
- इसके अंतर्गत केवल बीपीएल परिवारों में जन्म लेने वाली बालिकाओं को ही लाभ दिया जाता है।
- लाभ लेने वाली बालिका का जन्म 15 अगस्त 1997 के बाद हुआ होना आवश्यक है।
- भारत के ऐसे सभी परिवार जिनमें दो बालिकाएं हैं, वो बालिका समृद्धि योजना का लाभ प्राप्त कर सकती हैं, लेकिन जिस परिवार में तीन बालिकाएं हैं, उस परिवार की केवल दो बालिकाओं को ही लाभ दिया जाता है।
बालिका समृद्धि योजना में आवेदन करने हेतु आवश्यक दस्तावेज।
- आधार कार्ड,
- राशन कार्ड ,
- जन्म प्रमाण पत्र ,
- माता-पिता का पहचान पत्र,
- निवास प्रमाण पत्र,
- आय प्रमाण पत्र,
- पासपोर्ट साइज़ फोटो,
- बैंक की पासबुक,
- मोबाइल नंबर।
बालिका समृद्धि योजना में आवेदन कैसे करें?
बालिका समृद्धि योजना में आवेदन करने के लिए ऑफलाइन माध्यम उपलब्ध है। जिसके लिए सबसे पहले आपको नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र जाना होगा, और वहां से आवेदन फार्म प्राप्त करना होगा। आवेदन फार्म प्राप्त करने के बाद मांगी गईं समस्त जानकारी सही से भरकर जरूरी दस्तावेजों के साथ फार्म को आंगनबाड़ी केंद्र में ही जाकर जमा करना होगा। आपके आवेदन फार्म जमा करने के बाद उस आवेदन फार्म की सत्यता की जांच होने के तुरंत बाद ही आपको आर्थिक सहायता के रूप में इसका लाभ मिलने लगता है।